Search This Blog

Tuesday, February 22, 2011

तुम और तुम्हारा दिल

One of my friend who gonna compose a hindi song on the tunes of "You And Your Heart" By Jack Johnson. I tried my best to provide him the same lyrics in hindi. I hope it goes well with the music.
And if it really finally comes out well...
I am surely going to post the song too very soon........

जब तुम कुछ कहते हो, देखो
तुम क्या हो और किसको कहते हो
जब तुम इलज़ाम लगाते हो सब पर
तुम खुद ही टूटे रहते हो
और होता है ये
तुम अपना लक्ष्य खोते हो
  
क्योंकि तुम और तुम्हारा दिल
अलग हैं महसूस न हो पाए,
तुम सोचो 
तुमको क्या पाना है,
तुम क्यों टूटे हो और उखड़े हो..

तुम गलियों में पड़े रहते हो
कांच के टूटे टुकड़े की तरह 
जिसमे दिखती है सूरज की परछाई
पर तुम्हारे अन्दर आग नहीं,  
तुम्हे लोगों से मतलब नहीं,
क्योंकि तुम्हे पता है तुम्हे क्या गवारा नहीं,
ये इतना ही आसान है , हाँ आसान है....

क्योंकि तुम और तुम्हारा दिल
अलग हैं महसूस न हो पाए,
तुम सोचो 
तुमको क्या पाना है,
तुम क्यों टूटे हो और उखड़े हो..

हाँ तुम और तुम्हारा दिल
कभी भी
अलग हैं महसूस न हो पाए,
तुम सोचो 
तुमको क्या पाना है,
तुम क्यों टूटे हो और उखड़े हो..

रेत पे लकीरें बनाने में ही तुमने
अपने नाखूनों को खो दिया
अब कैसे तुम ,
मंजिल के लिए 
लकीर खींचोगे....

 इससे अच्छा है की,
समय ही लकीरें खीचा करे
हम उसपे ही चलें, चलते रहें
समय ही अब हमारे ,
किस्मत की लकीरें लिखा करे
हाँ लिखा करे.....


 








No comments:

Post a Comment

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Do not copy my stuff...